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Poem on Tree in Hindi – पेड़ों पर कविताएं हिंदी में

हैलो बच्चों! आज हम आप सभी के लिए पेड़ पर कविताएँ लेकर के आये हैं। बच्चों! पेड़ हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और उपयोगी भी शायद इसलिए सभी को पेड़ पर कविता बहुत पसंद आती है| आज हम आप सभी को अपनी कविता के माध्यम से पेड़ो की उपयोगिता बता रहे हैं।

पेड़ हमारे लिए कितने उपयोगी है ये हर कोई जानता है पेड़ो के बिना हमारा जीवन संभव नही है ये भी हर कोई जानता है लेकिन फिर भी आज इंसान पेड़ो को सरे आम काटता जा रहा है, इंसान को ये समझना होगा की पेड़ो को काट कर वह अपने विनाश को न्योता दे रहा है आज पेड़ो को बचाना ओर लगाना बहुत जरुरी हो गया है |आज हम इस पोस्ट मे पेड़ पर कविता लेकर आये है|

Poem on Tree in Hindi

पेड़ प्रकृति का अनमोल उपहार है, जिसे हम सबको संभालकर रखना है, पेड़ सच्चे योद्धा होते है जो हर कठिनाई में हमारा साथ देते है। जब कभी बारिश हो या धुप हो ये हमे हर मौसम से बचाते है। पेड़ों के वजह से ही भरपूर मात्रा में बारिश होती है, धरती का वातावरण ठंडा रहता है। पेड़ हमे बाढ़, भूस्खलन, तथा अन्य नैसर्गिक आपदासे बचाते है।

the heart of the tree poem explanation in hindi

पेड़ों के मीठे फल खाएं
फूलों की सुगंध फैलाएं

पेड़ों से छाया हम पाएं
चारों ओर प्राणवायु फैलाएं

मिट्टी को उपजाऊ बनाएं
भूजल स्तर को यह बढ़ाएं

बारिश का पानी ये ले आए
मिट्टी के कटाव को ये बचाएं

पक्षी इनपर अपना नीड़ बनाए
प्रदूषण से ये हमें बचाएं

जब पेड़ों से लाभ इतना पाएं
तो मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए

इन पेड़ों को क्यूं सताए
इनके संरक्षण की कसम हम खाएं

आओ मिलकर पेड़ लगाएं
आओ मिलकर पेड़ लगाएं…

पेड़ पर बाल कविता (Ped Par Bal Kavita)

पेड़ बचेंगे तो धरती बचेगी
जीवन बचेगा कल बचेगा

पेड़ से ही तो वर्षा होगी
नदी बचेगी जल बचेगा

जब खेतों में होगा अनाज
थालियों में भोजन बचेगा

जीवन में होगी खुशहाली
जब धरती पर पेड़ बचेगा

पेड़ लगाओ कविता (Short Poem on Trees in Hindi)

पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ पर कविता

पेड़ लगाओ, पेड़ लगाओ,
हरा भरा जीवन बनाओ।

छाया ये हमको देते है,
फल ये हमको देते है।

बाढ़ से हमको बचाते है,
प्रदुषण दूर हटाते हैं,

हम भी पेड़ लगाएंगे,
संसार को हरा भरा बनाएंगे।

Hindi Kavita on Tree

संत जनों का है ये कहना,
धरती मां का वृक्ष है गहना।

वृक्ष लगाओ हरियाली लाओ,
इस धरती को स्वर्ग बना हो।

पेड़ न काटो रखो ध्यान,
धरती का है यही प्रधान।

इससे है वसुधा की शान,
इससे ही है जिवो में जान।

वृक्ष लगाओ,
धरती को स्वर्ग बनाओ।

Best Poem on Tree in Hindi

वृक्ष धरा के भूषण है
करते दूर प्रदूषण है
हम सबको भाते हैं वृक्ष
हरियाली लाते हैं वृक्ष
पत्थर खाकर भी फल देते
हवा के विश्व को ये हर लेते
प्राण वायु हर पल ये देते
फिर भी हमसे कुछ ना लेते
क्या दुनिया में कोई भी
पेड़ों सा हितकारी है
बिना स्वार्थ के सब कुछ देते
पेड़ बड़े उपकारी है
उपकार मारना दूर ये
मानव कितना अत्याचारी है
काट-काट के पेड़ों को
खुद पर ही कुल्हाड़ी मारी है

पेड की पुकार
धरती की बस यही पुकार,
पेड़ लगाओ बारम्बार।

आओ मिलकर कसम खाएं,
अपनी धरती हरित बनाए।

धरती पर हरियाली हो,
जीवन में खुशहाली हो।

पेड़ धरती की शान है,
जीवन की मुस्कान है।

पेड़ पौधों को पानी दे,
जीवन की यही निशानी दे।

आओ पेड़ लगाए हम,
पेड़ लगाकर जग महकाकर।

जीवन सुखी बनाए हम,
आओ पेड़ लगाएं हम।

Short poem on trees पेड़ है जीवन में उपयोगी-

पेड़ है जीवन में उपयोगी
धरती की सुरक्षा इन्हीं से होगी

पेड़ ही पंछियों का घर है
इसी पर मानवजाति निर्भर है

पेड़ है तो है पीने का पानी
इसी से आएगी वर्षा रानी

पेड़ कटने से कही सुखा आएगा
कही बाढ़ का पानी ना रुक पाएगा

पेड़ो से होगी छाया और नमी
फ़ल और फूल की ना होगी कमी !!

On killing a tree poem वृक्ष लगाओ, वृक्ष लगाओ-

वृक्ष लगाओ, वृक्ष लगाओ
वन में हरियाली लाओ

अपने जीवन को स्वच्छ बनाओ
वृक्ष लगाओ, वृक्ष लगाओ !!

Poem on Tree in Hindi – रूपये का पेड़

हे ईश्वर रुपयों का मेरे
घर पर पेड़ लगाओ
चाहे बदले में पापा के
सब रूपये ले जाओ

रोज मैं बरफी पेडे वा
रसगुल्ले ही लाऊंगा
मम्मी सा लांची दानों में
नहीं मैं फुस्लाऊंगा

टाफी बिस्कुट और गुब्बारे
भी तुमको लाऊंगा
नई नई ड्रेस रोज पिन्हा कर
मंदिर सजवाऊंगा

वृक्ष की आत्मकथा कविता

देखी धुप, देखी बारिश,
मैं जड़ों से जुड़ा रहा,
मैं था जब छोड़ा पौधा,
हर वक्र मैं डरा रहा।

पौदे से जब पेड़ बना,
मुश्किलों का वक्त निकल गया,
देने लगा दुसरो को खुशियां,
जब मैं बड़ा वृक्ष बना।

चिड़ियां आए घोंसला बनाएं,
नए जीवन की शुरुवात कर पाए,
मनुष्य जब थक हार जाए,
मेरी छाव में सुकून वो पाए।

खुद पीकर दुषित हवा का ज़हर,
मैं जीवन प्राण वायु देता रहु,
खेले जब बच्चे मेरी छाव में,
मैं उस खुशी को तकता रहु।

देके दुसरो को सुखी जीवन,
मनुष्य स्वार्थ के लिए कटता रहा,
किसे सुनाऊं मैं अपनी पीढ़ा,
मुझे बचाओ मैं कहता रहा।

पाप से भरी इस दुनियां में,
मानवता का जोर कहा रहा,
सबको मैंने सांसे बाँटी,
मेरी सांसों का मोल कहा रहा।

वृक्ष हमारे जीवन है

वृक्ष हमारे जीवन है,
ये प्रकृति का है खजाना,

धर्म हमारा इनकी रक्षा करना,
और इन्हें कटने से बचाना।

है अगर ऐ मानव ! तुमको,
अपने जीवन से प्यार,

तो रोको बढ़ते हुए,
इन वृक्षों पर अत्याचार।

करो आवश्यकताओं को सीमित अपनी,
हो न जिससे वृक्षों का व्यर्थ ही दोहन,

जीवन में अनुकूलन लाओ,
जिससे बना रहे दोनों का संतुलन।

रोज एक वृक्ष लगाओ तुम स्वयं,
लोगों में जागरूकता फैलाओ,

मानव हो तुम ऐ मानव !
सबको जागरूकता का पाठ पढ़ाओ।

अधिकारों के साथ मानव,
करते तुम वृक्षों का सदा जो दोहन,

तो आज कर्तव्य निभाकर अपना,
करो वृक्षों का तुम सरंक्षण।

वृक्ष (Trees) |Poem on Tree in Hindi

मुझे लगता है कि मैं कभी नहीं देख सकूंगा
एक वृक्ष जितनी प्यारी कविता

एक वृक्ष जो अपना भूखा मुँह फैलाए हुए है
पृथ्वी के मीठे बहने वाले स्तन की ओर;

एक वृक्ष जो पूरे दिन भगवान को देखता है,
और प्रार्थना करने के लिए पत्तेदार हाथों को उठाता है;

एक वृक्ष जो गर्मियों में पहनता है
अपने बालों में एक घोंसला;

जिसके अस्थि-पंजर पर बर्फ जमी हुई है;
जो अन्तरंग रूप से बारिश के साथ रहता है।

कविताएँ मेरे जैसे मूर्ख ही बनाते हैं,
पर केवल भगवान ही एक वृक्ष बना सकता है।

Ped Par Kavita

एक ऐसे समय में
जब पेड़ आदमी नहीं हो सकते
और न ही आदमी पेड़

पेड़ आदमी से पूछना चाहते हैं
विनम्रता से एक बात कि —
अगर उसकी जगह आदमी होता
और आदमी की जगह वह
तो आज उस पर क्या बीत रही होती ?

कहो न ! चुप क्यों हो ?
क्या बीत रही होती तुम पर
अगर आदमी के बजाय तुम पेड़ होते ?

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