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Poem on Independence Day in Hindi-स्वतंत्रता दिवस पर कविता 2023

Independence Day Poem in Hindi 2023: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लोग कविताओं, नारों, भाषणों से एक-दूसरे में देशभक्ति का जोश भरते हैं और मुबारकबाद देते हैं। तो इस साल आप भी अलग अंदाज में 15 अगस्त को करें सेलिब्रेट और इन कविताओं के जरिए देशभक्ति का जोश भरें। हम आपके लिए लेकर आए हैं देशभक्ति से भरी कविताएं, जिन्हें भेजकर आप स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भेज सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लोग कविताओं, नारों, भाषणों से एक-दूसरे में देशभक्ति का जोश भरते हैं और मुबारकबाद देते हैं। तो इस साल आप भी अलग अंदाज में 15 अगस्त को करें सेलिब्रेट और इन कविताओं के जरिए देशभक्ति का जोश भरें। हम आपके लिए लेकर आए हैं देशभक्ति से भरी कविताएं, जिन्हें भेजकर आप स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भेज सकते हैं।

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 15 अगस्त को देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 को भारतवासियों ने अंग्रेजों से सफलता प्राप्त की. जिसके बाद से हम इसे राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाने लगे. करीब 100 वर्ष के विद्रोह के बाद हमें यह सफलता प्राप्त हुई. पहली बार दिल्ली के लाल किले से पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत के झंडे को फहराया, तब से यह परंपरा चली आ रही है कि हर वर्ष यहां से भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री लाल किले से राष्ट्र ध्वज फहराते है, जनता को संबोधित करते हैं. इधर, देश भी अपनी ताकत का प्रदर्शन करता है.

“जय हिंद, जय भारत”

Independence day poem in Hindi

त्योहार का नाम स्वतंत्रता दिवस
कब मनाया जाएगा हर साल 15 अगस्त को
देश आजाद कब हुआ था 15 अगस्त 1947
कैसे मनाया जायेगा लाल किला पर प्रधानमंत्री के द्वारा झंडारोहण, उसके बाद परेड और झांकी

Short Poem on Independence day in Hindi – जब भारत आज़ाद हुआ था

जब भारत आज़ाद हुआ था|
आजादी का राज हुआ था||

वीरों ने क़ुरबानी दी थी|
तब भारत आज़ाद हुआ था||

भगत सिंह ने फांसी ली थी|
इंदिरा का जनाज़ा उठा था||

इस मिटटी की खुशबू ऐसी थी
तब खून की आँधी बहती थी||

वतन का ज़ज्बा ऐसा था|
जो सबसे लड़ता जा रहा था||

लड़ते लड़ते जाने गयी थी|
तब भारत आज़ाद हुआ था||

फिरंगियों ने ये वतन छोड़ा था|
इस देश के रिश्तों को तोडा था||

फिर भारत दो भागो में बाटा था|
एक हिस्सा हिन्दुस्तान था||

दूसरा पाकिस्तान कहलाया था|
सरहद नाम की रेखा खींची थी||

जिसे कोई पार ना कर पाया था|
ना जाने कितनी माये रोइ थी,
ना जाने कितने बच्चे भूके सोए थे,
हम सब ने साथ रहकर
एक ऐसा समय भी काटा था||

विरो ने क़ुरबानी दी थी
तब भारत आज़ाद हुआ था||

Short Poem on Independence day in Hindi – जब भारत आज़ाद हुआ था

प्यारा प्यारा मेरा देश,
सबसे न्यारा मेरा देश।
दुनिया जिस पर गर्व करे,
ऐसा सितारा मेरा देश।
चांदी सोना मेरा देश,
सफल सलोना मेरा देश।
गंगा जमुना की माला का,
फूलों वाला मेरा देश।
आगे जाए मेरा देश,
नित मुस्काए मेरा देश।
इतिहास में बढ़-चढ़ कर,
नाम लिखाए मेरा देश।

Independence Poem in Hindi – स्वतंत्रता दिवस की पुकार

पन्द्रह अगस्त का दिन कहता – आज़ादी अभी अधूरी है।

सपने सच होने बाक़ी हैं, राखी की शपथ न पूरी है॥

जिनकी लाशों पर पग धर कर आजादी भारत में आई।

वे अब तक हैं खानाबदोश ग़म की काली बदली छाई॥

कलकत्ते के फुटपाथों पर जो आंधी-पानी सहते हैं।

उनसे पूछो, पन्द्रह अगस्त के बारे में क्या कहते हैं॥

हिन्दू के नाते उनका दुख सुनते यदि तुम्हें लाज आती।

तो सीमा के उस पार चलो सभ्यता जहाँ कुचली जाती॥

इंसान जहाँ बेचा जाता, ईमान ख़रीदा जाता है।

इस्लाम सिसकियाँ भरता है,डालर मन में मुस्काता है॥

भूखों को गोली नंगों को हथियार पिन्हाए जाते हैं।

सूखे कण्ठों से जेहादी नारे लगवाए जाते हैं॥

लाहौर, कराची, ढाका पर मातम की है काली छाया।

पख़्तूनों पर, गिलगित पर है ग़मगीन ग़ुलामी का साया॥

बस इसीलिए तो कहता हूँ आज़ादी अभी अधूरी है।

कैसे उल्लास मनाऊँ मैं? थोड़े दिन की मजबूरी है॥

दिन दूर नहीं खंडित भारत को पुनः अखंड बनाएँगे।

गिलगित से गारो पर्वत तक आजादी पर्व मनाएँगे॥

उस स्वर्ण दिवस के लिए आज से कमर कसें बलिदान करें।

जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें॥

Poems on independence day in Hindi – लाल रक्त से धरा नहाई,

लाल रक्त से धरा नहाई,
श्वेत नभ पर लालिमा छायी,
आजादी के नव उद्घोष पे,
सबने वीरो की गाथा गायी,
गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष की,
ध्वनि चारो और है छायी,
भगत , राजगुरु और , सुखदेव की
क़ुरबानी से आँखे भर आई ||

ऐ भारत माता तुझसे अनोखी,
और अद्भुत माँ न हमने पाय ,
हमारे रगों में तेरे क़र्ज़ की,
एक एक बूँद समायी .
माथे पर है बांधे कफ़न ,
और तेरी रक्षा की कसम है खायी,
सरहद पे खड़े रहकर,
आजादी की रीत निभाई…

Small Poem on Independence day in Hindi- ‘भागी परतंत्रता’

भागी परतंत्रता,
आयी स्वतंत्रता
दिखलाई वीरता,
वीरों की ललकार
देशभक्त की पुकार,
आगे बढ़े तरुणाई
भारत को सजायेंगे,
रक्षक हम आज़ादी के
गौरव को बढ़ायेंगे,
रहस्त्र गीत गाएंगे
तिरंगा लहरायेंगे।

Hindi independence day Poem – जिस देश में गंगा बहती है

होठों पे सच्चाई रहती है, जहां दिल में सफ़ाई रहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है
मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है
ज़्यादा की नहीं लालच हमको, थोड़े मे गुज़ारा होता है
बच्चों के लिये जो धरती माँ, सदियों से सभी कुछ सहती है
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं
जिस देश में गंगा बहती है..

Patriotic poem on independence day in hindi

ए मेरे वतन
मेरी तस्वीर हो तुम
मेरी जमीर हो तुम

ऐ मेरे वतन
मेरी तकदीर हो तुम
विश्व के सभी देशों में
सबसे वीर हो तुम

तू जो अनोखा सा मिला है
हम फूल हैं
तू गुलिस्ता सा खिला है

मेरा अक्स है तू
तू ही मेरा बिछड़ा चमन
तुझसे ही तो गुरूर है
तू ही मेरा सच्चा अहम..!

Best poem on Independence day in Hindi – भारत मां की रक्षा के लिए अपना कर्तव्य निभाया है

भारत मां की रक्षा के लिए अपना कर्तव्य निभाया है
मृतभूमी के गौरव पर न्योछावर उनकी काया है।
जिनको परिवार से ज़्यादा,ये देश तिरंगा प्यारा हैं
ऐसे वीर सपूतों को,शत शत नमन हमारा है।
ना पूछो ज़माने को,काया हमारी कहानी है ,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है के हम हिन्दुस्तानी है।
लिपट कर उस तिरंगे में,
आज भी कई बदन आ रहे है
यूं ही नहीं हम
आज़ादी का जशन मना रहे है।
सागर जिसके पांव परवारे
हिमालय जिसका सरताज है
गूंज रहा दुनिया में डंका भारत का
खुशियों का दिन आज है।

Independence day Poem in Hindi for class 1 -हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे

हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,
आजादी का मतलब नहीं है समझते।

इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहराते,
गाकर अपना राष्ट्रगान फिर हम,
तिरंगे का सम्मान है करते,
कुछ देशभक्ति की झांकियों से
दर्शकों को मोहित है करते
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,
आजादी का अर्थ सिर्फ यही है समझते।

वक्ता अपने भाषणों में,
न जाने क्या-क्या है कहते,
उनके अन्तिम शब्दों पर,
बस हम तो ताली है बजाते।

हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे,
आजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते।

विद्यालय में सभा की समाप्ति पर,
गुलदाना है बाँटा जाता,
भारत माता की जय के साथ,
स्कूल का अवकाश है हो जाता,
शिक्षकों का डाँट का डर,
इस दिन न हमको है सताता,
छुट्टी के बाद पतंगबाजी का,
लुफ्त बहुत ही है आता,
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,
बस इतना ही है समझते,
आजादी के अवसर पर हम,
खुल कर बहुत ही मस्ती है करते।।

।।भारत माता की जय।।

15 august Independence day poem in Hindi

आज 15 अगस्त है मौसम बड़ा मस्त है
हाथों में तिरंगा और दिल में बड़ा गर्व है
गर्व इस बात का कि मैं भारतीय हूं
जो आज मना रहा स्वतंत्रता का पर्व है।

पर ऐसा जो न किसी धर्म का, न किसी क्षेत्र का,
ये तो जसन पूरे भारतीयों का है
आज 15 अगस्त है मौसम बड़ा मस्त है
हाथों में तिरंगा और दिल में बड़ा गर्व है।

हर स्कूल का बच्चा-बच्चा यही कह रहा है
मेरा भारत महान है मेरा भारत महान है
मुझे भी याद है अपने स्कूल का 15 अगस्त,
जब होता था मैं बड़ा व्यस्त व्यस्त।

कई दिनों पहले से होती थी तैयारी आज भी
वो दिन मेरे दिल में इस दिन के समान हैं
आज 15 अगस्त है मौसम बड़ा मस्त है
हाथों में तिरंगा और दिल में बड़ा गर्व है।

कुछ गम भी याद दिलाता है ये
अपने देश के सच्चे वीर शहीदों का महत्व बताता है
ऐसे गमों को याद कर आंखें होती नम पर
उनके कारण मेरे खून में भारतीयता का आभास दिलाता है।

हर साल की तरह इस साल भी
15 अगस्त इस देश को स्वतंत्रता का आभास कराता है
आज 15 अगस्त है मौसम बड़ा मस्त है
हाथों में तिरंगा और दिल में बड़ा गर्व है।

Independence day Hindi Poem- गीतांजलि

मन जहां डर से परे है
और सिर जहां ऊंचा है;
ज्ञान जहां मुक्‍त है;
और जहां दुनिया को
संकीर्ण घरेलू दीवारों से
छोटे छोटे टुकड़ों में बांटा नहीं गया है;
जहां शब्‍द सच की गहराइयों से निकलते हैं;
जहां थकी हुई प्रयासरत बांहें
त्रुटि हीनता की तलाश में हैं;
जहां कारण की स्‍पष्‍ट धारा है
जो सुनसान रेतीले मृत आदत के
वीराने में अपना रास्‍ता खो नहीं चुकी है;
जहां मन हमेशा व्‍यापक होते विचार और सक्रियता में
तुम्‍हारे जरिए आगे चलता है
और आजादी के स्‍वर्ग में पहुंच जाता है
ओ पिता मेरे देश को जागृत बनाओ”

Independence day Hindi Poem- शहीदों की कहानी

शहीदों की कहानी,

आओ, सुनो मेरी जुबानी।

देश के खातिर जिसने,

दे दी अपनी जिंदगानी।

आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,

उनकी अमर कहानी।

संघर्षों से नहीं जिसने,

कभी किनारा किया था।

इन्कलाव का जिसने,

सुनो नारा दिया था।

वन्दे मातरम,वन्दे मातरम,

दे गए अपनी जान की कुर्बानी।

आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,

उनकी अमर कहानी।

मातृभूमि के रज से जिसने,

माथे तिलक लगाया।

फांसी के फंदे को जिसने,

हँस कर गले लगाया।

देश को आजाद कराने की,

जिसने मन में थी ठानी।

आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,

उनकी अमर कहानी।

सिर पर कफन बांधे देखो,

निकल पड़े थे वीर बलिदानी।

आजादी की लड़ाई में,

कूद पड़े थे वीर सेनानी।

गुलामी की बेड़ियाँ तोड़ने की,

जिसने मन में थी ठानी।

आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,

उनकी अमर कहानी।

इनके इरादें देख फिरंगियों का,

रोम-रोम थर्राया।

भारत माँ के वीर शहिदों ने,

भारत का मान बढ़ाया।

अपनी कुर्बानी देकर उन्होंने,

दे दी हमें आजादी।

आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ,

उनकी अमर कहानी।

Independence day Hindi Poem- शहीदों की कहानी

आजाद हैं आजाद है आजाद रहेंगे
देश की खातिर, हर मुश्किल सहेंगे

चाहे आये आंधियां
तूफ़ान रोके रस्ता
होगा यह तन कुर्बान
देखो हँसता हँसता

जो मिली हमें पूर्वजों से, ढाल उसकी बनेगे
देश की खातिर ………………………..

जय होगा किसान
ले विजयी मुस्कान
देखो विज्ञानं पल पल
देगा ऊँची पहचान

संघर्ष से सब छीनकर, इतिहास रचेंगे।
देश के खातिर ………………………

जोश हमारा हिमालय
ना भेद सके जिसे प्रलय
है बंद मुट्ठी में भविष्य
नहीं हमको कोई संशय

विश्वास के आधार से, विजय हम करेंगे।
देश की खातिर

15 Augest Pome In Hindi -15 अगस्त पर कविता

आज है राष्ट्रीय त्योहार हमारा,
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से इसे सजाया,
देशभक्ति के गीतों का राग इसमें छा गया,
स्वतंत्रता दिवस का जश्न -ए- बाहर हो गया।

दिल्ली का लाल किला दुल्हन बन गया,
प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया,
राष्ट्रगान का आगाज बड़े धूमधाम से हो गया,
वीर शहीद जवानों को सलाम हो गया।

तिरंगे की सजावट देश में छा गई,
कोने-कोने से झांकियों की आवाजाही हो गई,
भारत माता जिंदाबाद की वाणी छा गई,
देश के स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी अमर हो गई।

स्कूलों में यह परंपरा बन गई,
स्वतंत्रता दिवस की इज्जत खुशियों में बदल गई,
मिष्ठान की बौछार सम्मान से हो गई,
हमारे शहीद जवानों के नारों की वाणी छा गए।

भारतवासियों में जश्न का उत्साह हो गया,
बच्चों की खुशी का ठिकाना ना रहा,
आजादी का अमृत महोत्सव छा गया,
स्वतंत्रता दिवस अमर हो गया।

15 August Ka Din He Aaya

15 अगस्त का दिन है आया
लाल किले पर तिरंगा है फहराना
ये शुभ दिन है हम भारतीयों के जीवन का
इस दिन देश आजाद हुआ था

न जाने कितने शहीदों के बलिदानों पर
हमने आजादी को पाया था
भारत माता की आजादी की खातिर
वीरों ने अपना सर्वश लुटाया था

उनके बलिदानों की खातिर ही
भारत को नई पहचान दिलानी है
खुद को बनाकर एक विकसित राष्ट्र
एक नया इतिहास बनाना है

जाति-पाति, ऊँच-नीच के भेदभाव को मिटाना है
हर भारतवासी को अब अखंडता का पाठ है सिखाना
वीर शहीदों की कुर्बानियों को अब व्यर्थ नहीं है गवाना
राष्ट्र का उज्ज्वल भविष्य बनाकर, आजादी का अर्थ है समझाना…

Best Patriotic Poem For Independence Day in Hindi Language

बच्चा-बच्चा बन जाए सैनिक, गर बुरी नजर दुश्मन डाले
हस्ती उसकी मिलाएं खाक में, करे कभी जो हमला वे
भाईचारा रखें परस्पर, अमन चैन का नारा हो
सद्भावना, शांति रखें दिलों में, जाति, धर्म का न बंटवारा..
बनें पहिए प्रगति के रथ के,सबसे आगे बढ़ते जाएं
कर दें रौशन नाम जहां में, देश का अपने मान बढ़ाएं
आजादी की वर्षगांठ की ,छटा निराली बढ़ती जाए
खुशहाली के फूल हों बिखरे,खुश्बू से चमन महकाएं
आओ आज़ादी दिवस मनाएं, आओ आज़ादी दिवस मनाएं…

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